*बुंदेलखंड की दिग्गज नेत्री पूर्व विधायक श्रीमती पारुल साहू भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल: सुरखी विधानसभा क्षेत्र से लड़ सकती उपचुनाव*

*बुंदेलखंड की दिग्गज नेत्री पूर्व विधायक श्रीमती पारुल साहू भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल: सुरखी विधानसभा क्षेत्र से लड़ सकती उपचुनाव*

भोपाल -सुरखी विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव में राजनीतिक घमासान मचा है, पूर्व विधायक श्रीमती पारुल साहू ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई हैं l क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए मध्य प्रदेश शासन के परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं l सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2009 में राजेंद्र सिंह मोकलपुर वर्ष 2018 में सुधीर यादव भाजपा के प्रत्याशी रहे l उपचुनाव में दूरियां बना ली हैं l पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उपचुनाव में शिकस्त देने के लिए वर्ष 2013 में भाजपा की विधायक रही श्रीमती पारुल साहू को मैदान में उतारा है l श्रीमती पारुल साहू ने वर्ष 2013 में गोविंद सिंह राजपूत को करारी शिकस्त दी थी l उनकी छवि एक भद्र राजनीतिज्ञ के रूप में मानी जाती है और विदेश से पढ़ाई करके लौटी पारुल साहू हमेशा से सामाजिक सरोकार से जुड़े हुए मुद्दों और समस्याओं को लेकर चर्चा में रही है लेकिन बुंदेलखंड के राजनीतिज्ञों को उनकी साफ सुथरी कार्यशैली पसंद नहीं आई और इसलिए वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया l सुरखी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पूर्व विधायक श्रीमती पारुल साहू को प्रत्याशी बनाकर चुनावी समर में उतार सकती है l
ज्ञात हो कि सुरखी से विधायक रहे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था और यहां से भाजपा के संभावित उम्मीदवार है। वहीं पारुल साहू उपचुनाव में सुरखी से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती हैं।