राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं गुना सांसद केपी यादव मंच पर हुए एक साथ जमकर की तारीफ: लोकसभा चुनाव में शिष्य ने दी गुरु को मात, दोनों किया एक दूसरे का अभिवादन*

*राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं गुना सांसद केपी यादव मंच पर हुए एक साथ जमकर की तारीफ: लोकसभा चुनाव में शिष्य ने दी गुरु को मात, दोनों किया एक दूसरे का अभिवादन* 

भोपाल -राजनीति मेें अपने शिष्य गुना सांसद केपी यादव के साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ढ़ाई साल बाद फिर एक बार एक साथ मंच पर आए। मौका था अशोकनगर विधानसभा की वर्चुअल रैली का। जिसमें दोनों नेताओं ने एक दूसरे की तारीफ के कसीदे काढ़े। हालांकि मुंगावली और बमौरी की वर्चुअल रैली में सांसद केपी यादव शामिल नहीं हुए थे। जिससे उन पर सवाल खड़े हो रहे थे। मूल रूप से मुंगावली के निवासी सांसद केपी यादव 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ब्रजेंद्र यादव से पराजित हो गए थे, जो अब प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। इसके बाद केपी यादव भाजपा में शामिल हो गए और उन्होंने गुना-शिवपुरी लोकसभा चुनाव में अपने राजनैतिक गुरू ज्योतिरादित्य संधिया को पराजित कर दिया था।
सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद सांसद यादव भाजपा की राजनीति में हासिये पर चल रहे थे। लेकिन अशोकनगर की वर्चुअल रैली में दोनों ने शिकबे शिकायतें भुलाकर एक-दूसरे की तारीफ की। सिंधिया ने कहा कि केपी भी मुस्कुरा रहे हैं। इनका मेरे साथ बहुत अच्छा अनुभव है।
15 साल हमने साथ-साथ काम किया है। पहले भी हम एक थे और आज भी एक हैं। बीच में जो कुछ भी हुआ हो। हम अब साथ में लडेंगे और हर संकट का सामना करेंगे। उस दौरान सांसद केपी यादव लगातार मुस्कुरा रहे थे और हाथ जोड़कर सिंधिया का अभिवादन कर रहे थे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान केपी यादव ने सिंधिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में केपी यादव को गुना-शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार बनाया। लोकसभा चुनाव मेें केपी यादव ने सिंधिया को 1 लाख 30 हजार मतों से आश्चर्यजनक रूप से पराजित कर दिया। सिंधिया की भाजपा में एंट्री से दोनों में गिरीश शिकवे दूर हुए हैं l