!!.पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजनीतिक वनवास में मिली राज्यसभा में एंट्री, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पटखनी देकर राज्यसभा पहुंचे:राजघरानों की अदावत में फंस गए मुख्यमंत्री कमलनाथ.!!

!!.पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजनीतिक वनवास में मिली राज्यसभा में एंट्री, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पटखनी देकर राज्यसभा पहुंचे:राजघरानों की अदावत में फंस गए मुख्यमंत्री कमलनाथ.!!

राजनीतिक सियासत की जंग में मध्यप्रदेश में उठे सियासी बवंडर का हास्य क्या होगा यह भले ही समय के गर्भ में है लेकिन उठापटक के इस खेल में किसे क्या मिला इसको लेकर घमासान मचा है l दूर राजघरानों की राजनीतिक अदावत में नुकसान मुख्यमंत्री कमलनाथ का हुआ है और फायदे में दोनों दरबार ही रहे हैं l पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की परिवार व राजघरानों के बीच शीत युद्ध का इतिहास बहुत पुराना है l शह और मात के बावजूद एक समय तक दोनों का वर्चस्व कांग्रेस के प्रथम परिवार पर रहा लेकिन इस दौरान इन दोनों राजघरानों के बीच कमलनाथ फंस गए l कारण और प्रस्तुति चाहे जो भी रही हो लेकिन दिग्विजय एवं सिंधिया कांग्रेस व भाजपा के कंधे पर चढ़कर राज्यसभा तक पहुंच रहे हैं l लेकिन इस लड़ाई की भेंट कमलनाथ सरकार चढ़ने जा रही है l अहंकार की भूमिका भी इस परिस्थिति के लिए उतने ही जिम्मेदार जितनी अतिमहत्वाकांक्षा है l यानी न्योता देकर बुलाई गई स्वनिर्मित संकट के लिए कांग्रेस की आंतरिक राजनीति जिम्मेदार है l जहां तक भाजपा का सवाल है तो उसे इस खेल में फायदे के शिवाय किसी भी स्तर पर घाटा नहीं हुआ है l ज्योतिरादित्य सिंधिया को 1 साल की राजनीतिक वनवास के बाद उसकी चौखट पर राज्यसभा की चाबी पड़ी है l नाराजगी एवं उपेक्षा की कोख से पैदा हुई वफादारी धोखेबाज नहीं होती, कांग्रेस के बागी विधायकों का शत्रुघ्न सीखे में के अंदर ही कहानी बयां करने के लिए काफी है l