आज दिनांक 16 फरवरी 2020 को जिले के समीप स्थित ग्राम मिनौरा में जगतगुरु संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की 643 वीं जयंती का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि रही पूर्व लोकसभा प्रत्याशी टीकमगढ़ श्रीमती किरण अहिरवार जी, सुनील अहिरवार ठेकेदार जी, के द्वारा सर्वप्रथम संत शिरोमणि रविदास महाराज जी डॉ. भीमराव जी के छायाचित्र पर तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर आरती की गई आरती कर रैली को प्रारंभ किया गया रैली मिनौरा ग्राम से भ्रमण करते हुए कुंडेश्वर में आयोजित संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की महारैली में शामिल होकर निकली गई कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यातिथि श्रीमती किरन अहिरवार जी के द्वारा जगतगुरु संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया जिसमें श्रीमती जी ने बताया कि रविदास महाराज जी ने आज से 600 वर्ष पूर्व समानता एकता की बात कही है और कहा है कि ऐसा चाहू राज में जहां सावन को मिले अन्य छोटे-बड़े समय रविदास रहे प्रसन्न, संतो के द्वारा दिए गए उपदेशों को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है और वही किशोरी लाल ने बताया जाति-जाति में जात है जो केलन के पात रविदास मानस ना जोड़ सके जब तक जात ना जात किशोरी लाल जी ने कहा हमारा समाज विभिन्न जातियों में बटा हुआ है जिसे आज एक होने की जरूरत है और वही महेश मिनौरा ने बताया कि वैसे तो हमारे देश में सदियों से अनेकों संतों ने जन्म लेकर इस भारत भूमि को धन्य किया है जिसके कारण भारत को विश्व गुरु कहा जाता है और जब हमारे देश में भेदभाव जाती पाती धर्म भेदभाव अपने चरम अवस्था पर हुआ है तब हमारे देश भारत में अनेकों महापुरुषों ने धरती पर जन्म लेकर समाज में फैली कुरीतियों बुराइयों को दूर करने दूर करने और अपने बताए हुए मार्ग पर पूरे समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया है इन्हीं संतो में महान संत जगत गुरु संत शिरोमणि रविदास जी महाराज एक थे जो 15 वी सदी के एक महान समाज सुधारक,दार्शनिक, कवि और धर्म की भेद भावना से ऊपर उठकर भक्ति भावना रखते थे रविदास जी का जन्म माघ महीने की पूर्णिमा के दिन बनारस जिले के समीप स्थित ग्राम बेगमपुर में 1388 ईस्वी में हुआ था। इस अवसर पर उपस्थित श्री कन्नूलाल अहिरवार, श्री रामकिशन अहिरवार, श्री जयराम अहिरवार ,श्री आशाराम, श्री हीरालाल , श्री राजू, श्री राजकुमार, विनोद, सुरेंद्र, संतराम, राजेंद्र, टिप्पूलाल, गोविंद, सत्येंद्र, जितेंद्र, अखलेश, ओमप्रकाश, सुनील, शैलू, संजीव, राहुल, गोलू, किशोरी बंशकर, कु. निशा, कु.संगीता, कु.सोनम,प्रियंका, कु.उपासना, बम्होरी बाई, चंदाबाई, कपूरीबाई, पुष्पा, कुसुम अहिरवार ग्राम की इत्यादि सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुष कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
उम्मीद की किरण