ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर किया हमला, दागे गए कई बैलिस्टिक मिसाइल.

ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर किया हमला, दागे गए कई बैलिस्टिक मिसाइल.


इराक़ में अमरीकी सैन्य ठिकाने पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद कच्चे तेल की क़ीमतों में उछाल आई है, भारतीय उपभोक्ता परेशान...


 एशियन बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमतों में 2.5 प्रतिशत की उछाल आई है और अब ये 69.94 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुँच गई है.


ये उछाल इस चिंता में है कि कहीं मध्य पूर्व से तेल की सप्लाई रुक न जाए.


: इस ख़बर के बाद सोने की क़ीमतों में भी उछाल आई है.


 लेकिन ईरान के हमले से अंतरराष्ट्रीय शेयर बाज़ारों में नकारात्मक असर देखने को मिला है.


 भारतीय बाजार में उथल-पुथल, नकारात्मक स्थिति...


 जापान का निकेई दो प्रतिशत गिर गया है, जबकि हॉन्गकॉन्ग के हेंग शेंग में एक प्रतिशत की गिरावट आई है.


 ईरान के सरकारी टेलीविज़न ने कहा है कि ये हमला उनके टॉप कमांडर क़ासिम सुलेमानी की मौत का बदला है.


 सुलेमानी की मौत के बाद से ही ये माना जा रहा था कि अमरीका और ईरान के बीच संघर्ष और बढ़ेगा.


 भारत पर है सबसे ज़्यादा उपभोक्ताओं पर महंगाई की मार..


 भारत अमरीका और रूस से भी तेल मंगाता है. लेकिन भारत सबसे ज़्यादा तेल मध्य पूर्व के देशों से मंगाता है और इनमें इराक़ का नंबर सबसे पहला है. इसके अलावा सऊदी अरब, ओमान और क़ुवैत भी है.


 भारत को इसकी चिंता नहीं है कि तेल की सप्लाई में कोई रुकावट आएगी. भारत की चिंता तेल की क़ीमतों को लेकर है. अभी तेल की क़ीमत प्रति बैरल तीन डॉलर बढ़ गई है.


 भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए प्रति बैरल तीन डॉलर की क़ीमत बढ़ जाना बहुत बड़ी बात होती है. भारत में जो आम उपभोक्ता है, जो पेट्रोल-डीज़ल ख़रीदता है या एलपीजी ख़रीदता है या कंपनियाँ जो इन पर निर्भर हैं, उनके लिए ये अच्छी ख़बर नहीं है.


 अमरीका की इस कार्रवाई का भारत के लोगों की जेब पर असर पड़ने वाला है क्योंकि आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीज़ल और एलपीजी की क़ीमतें बढ़ना तय है. भारत को तेल की आपूर्ति तो होगी, लेकिन क़ीमतें बढ़ेंगी.


 सरकार के लिए भी ये चिंता की बात है, क्योंकि तेल की क़ीमतें ऐसी समय में बढ़ रही हैं, जब सरकार के सामने वित्तीय घाटे की चुनौती बनी हुई है. रुपए पर भी दबाव बढ़ेगा. रुपए के लिए अच्छी ख़बर नहीं है.


आने वाले सप्ताह में भारतीय उपभोक्ताओं के लिए यह चिंता की बात है. ये भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी चिंता की बात है.


 अमेरिका द्वारा किए गए इस कार्रवाई से भारत की जनता को महंगाई झेलनी पड़ेगी, विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इराक और अमेरिका का युद्ध हुआ तो इस पर भारत पर अत्यधिक प्रभाव पड़ेगा..|