*बुंदेलखंड में शह और मात का खेल छतरपुर में कांग्रेस जिला अध्यक्ष को लेकर राजनीतिक बदली सियासत: दिग्विजय एवं समर्थकों ने पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह (मुन्ना राजा) के पुत्र सिद्धर्थ शंकर बुंदेला की पैरवी

*बुंदेलखंड में शह और मात का खेल छतरपुर में कांग्रेस जिला अध्यक्ष को लेकर राजनीतिक बदली सियासत: दिग्विजय एवं समर्थकों ने पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह (मुन्ना राजा) के पुत्र सिद्धर्थ शंकर बुंदेला की पैरवी



बुंदेलखंड में शह और मात के खेल से कांग्रेसी सियासत में घमासान मचा है l हनीट्रैप कांड में  मनोज त्रिवेदी का नाम आने के बाद उन्हें छतरपुर जिला कांग्रेस से अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा l छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह (मुन्ना राजा) अब अपने पुत्र सिद्धार्थ शंकर बुंदेला बुंदेलखंड क्षेत्र में कांग्रेस ने स्थापित करने की पहल कर रहे हैं l उधर कांग्रेस के दिग्गजों एवं उनके समर्थकों द्वारा सिद्धार्थ का नाम छतरपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष का नाम मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सुझाया है l कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मनोज त्रिवेदी के इस्तीफे से रिक्त पद के लिए एक के बाद एक कई दावेदार मैदान में आते जा रहे है। कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष अनीस खान, दौलत तिवारी, प्रभात अग्रवाल के साथ जिले के युवा नेता और पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह (मुन्ना राजा) सुपुत्र पूर्व जनपद अध्यक्ष व पूर्व युवक कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष एवम वर्तमान में युवक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अध्यक्ष सिद्धर्थ शंकर बुन्देला का नाम उभरकर सामने आया है। पिछले 10 वर्षो से राजनीति में सक्रिय सिद्धर्थ शंकर बुंदेला युवा कांग्रेस खजुराहो लोकसभा अध्यक्ष रहे चुके व पूर्व जनपद अध्यक्ष व वर्तमान युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव  है। वही सिद्धर्थ शंकर बुंदेला को जिलाध्यक्ष बनाने की मांग सबसे ज्यादा युवा वर्ग की ओर से की जा रही हैं l अपने पिता से विरासत में मिली राजनैतिक विरासत से आगे जाकर पिछले 10 साल में कांग्रेस के युवा नेता सिद्धर्थ शंकर बुंदेला ने अपने आक्रामक तेवरों से जनमानस के बीच अपने आप को स्थापित किया है । पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भी उनकी नजदीकियां लम्बे समय से बनी हुयी है। सिद्धर्थ शंकर बुंदेला  को इसका लाभ मिल सकता है। अभी तक जिला अध्यक्ष के पद पर कई दिग्गज काबिज रहे है इसलिए इस बार किसी युवा नेता को यह पद मिलने की सुगबुगाहट चलने से सिद्धर्थ शंकर बुंदेला की दावेदारी सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है।