युवक की संदिग्ध मौत में मर्ग के साथ लग गया खात्मा
पुलिस अधीक्षक ने गठित की टीम, अब दोबारा होगी मामले की जांच
छतरपुर। प्रेम होने के बाद हिंदू रीति रिवाज से शादी करने वाली लड़की ने सपने में भी नहीं सोचा था कि महज 6 महीने में उसकी मांग का सिंदूर मिट जाएगा लेकिन ऐसा हो गया उसके पति की संदिग्ध मौत हुई और पुलिस कार्रवाई के नाम पर मर्ग कायम के साथ प्रकरण मैं खात्मा लगा दिया गया। पति की मौत का रहस्य उजागर करने के लिए पीड़ित महिला द्वारा थाने से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से कई बार न्याय की गुहार लगाई गई लेकिन जब उसे न्याय नहीं मिला तो वह समाजसेवी एवं लोक जनशक्ति पार्टी की जिला अध्यक्ष सिंह के पास पहुंची। नेहा सिंह पीड़ित महिला को एसपी एवं एएसपी के पास लेकर गई और आवेदन दिलवाया जिसके बाद पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह द्वारा एक टीम गठित की गई है जो कि अब दोबारा इस मामले की बारीकी से जांच करेगी।
क्या है मामला
शहर के सागर रोड पर स्थित गणेश कॉलोनी में रहने वाली एकता शुक्ला ने बताया कि चौबे कॉलोनी में रहने वाले नागेंद्र शुक्ला से उसके द्वारा वर्ष 2016 मैं कोर्ट मैरिज की गई और उसके बाद 7 मार्च 2019 में हिंदू रीति रिवाज से शादी हुई इस शादी से नागेंद्र के घर वाले खुश नहीं थे जिसके चलते नागेंद्र और एकता किराए के मकान में रहने लगे 2 माह तक एक साथ रहने के बाद अचानक नागेंद्र के परिजन उसको अपने साथ ले गए और उसके बाद से शुरू हुआ एकता और नागेंद्र के बिछड़ने का दौर हालांकि नागेंद्र समय-समय पर एकता से मिलता रहता था और आश्वासन भी देता रहता था कि जल्द ही वह फिर से एक होकर रहने लगेंगे अभी परिजनों द्वारा बहुत ज्यादा दबाव डाला जा रहा है यहां तक कि मोबाइल भी छीन लिया गया है और कमरे में बंद करके रखते हैं।
आत्महत्या मानने को तैयार नहीं एकता
मृतक नागेंद्र शुक्ला की पत्नी एकता शुक्ला ने बताया कि उनके पति पढ़े लिखे थे और मानसिक रूप से पूरी तरह से स्वस्थ थे इस कारण वे आत्महत्या जैसी कायराना हरकत नहीं कर सकते थे बल्कि वह तो दूसरों को हंसी-खुशी जीवन जीने और संघर्ष करने की सलाह दिया करते थे। एकता ने बताया कि विवाह सूत्र में बंधने के बाद भी नागेंद्र द्वारा उनकी बड़े भाई द्वारा संचालित स्कूल वा आईटीआई कॉलेज में अनवरत रूप से काम किया जाता था।
संदिग्ध मौत बनी रहे रहस्य
पीड़ित एकता शुक्ला ने बताया कि 24 सितंबर 2019 को चौबे कॉलोनी स्थित पति के निवास पर उनकी मौत हुई थी इसके बाद भी परिजनों द्वारा कोई सूचना ना तो एकता को दी गई और ना ही सिविल लाइन थाना पुलिस को बल्कि सबको वाहन की डिग्गी में रखकर अपने पैतृक गांव खड्डी थाना गौरिहार ले गए हालांकि इस आशय की जानकारी लगते ही एकता शुक्ला द्वारा तत्काल सिविल लाइन पुलिस से संपर्क साधा गया और पुलिस द्वारा गौरिहार पुलिस को सूचना दी गई जिस पर ग्वालियर पुलिस द्वारा 24 सितंबर की शाम को उक्त कार को पकड़ लिया गया जिसकी डिग्गी में से मृतक नागेंद्र केशव को बरामद किया गया हालांकि एकता शुक्ला के बताए अनुसार नागेंद्र शुक्ला के परिजनों द्वारा सबको बताया गया था कि वह बीमार था और नागेंद्र द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गई है। जिस पर पुलिस द्वारा मर्ग कायम किया गया और गौरी हार में ही पीएम के बाद नागेंद्र का अंतिम संस्कार हो गया, लेकिन नागेंद्र की पत्नी एकता शुक्ला आज भी अपने पति की संदिग्ध मौत को रहस्य मान रही है और उसका कहना है उसका पति आत्महत्या नहीं कर सकता था। एकता शुक्ला ने पति की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस की जांच पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा है कि जब पीएम रिपोर्ट में लिखा गया है कि हत्या एवं आत्महत्या दोनों हो सकती हैं तो फिर इस मामले को केवल आत्महत्या के नजरिया से ही देख कर क्यों खात्मा लगाया गया है।
न्याय नहीं मिला तो होगा आंदोलन: नेहा सिंह
समाजसेवी एवं लोक जनशक्ति पार्टी की महिला बिंग जिला अध्यक्ष नेहा सिंह ने बताया कि एकता शुक्ला उनके पास आई थी और अपनी आपबीती सुनाई। बड़ी विडंबना है कि जहां देश बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे नारों को बल दे रही है ऐसे में एक बेटी अपनी पति की मौत का रहस्य जानने के लिए दर-दर भटक रही है। नेहा सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा इस मामले की पुनः जांच के लिए एक टीम बनाई गई है जिसके द्वारा मामले की जांच कराई जाएगी। इसके बाद भी पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिलता है तो लोक जनशक्ति पार्टी आंदोलन करने से दूर नहीं हटेगी, को न्याय दिलाने के लिए हर तरह के कदम उठाए जाएंगे।
युवक की संदिग्ध मौत में मर्ग के साथ लग गया खात्मा पुलिस अधीक्षक ने गठित की टीम, अब दोबारा होगी मामले की जांच