राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के 150वें जन्म वर्ष में उनके विचारों से अवगत कराने “गाँधी दर्शन यात्रा” जिलों में पहुँचेगी

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के 150वें जन्म वर्ष में उनके विचारों से अवगत कराने “गाँधी दर्शन यात्रा” जिलों में पहुँचेगी 


राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का 150वाँ जन्म वर्ष प्रदेश में समारोहपूर्वक मनाया जा रहा है। इसके तहत 2 अक्टूबर 2019 से 2 अक्टूबर 2020 तक प्रदेश में गाँधी दर्शन यात्रा निकाली जा रही है। गाँधी दर्शन यात्रा में तीन प्रचार रथों के माध्यम से महात्मा गाँधी के विचारों को जन-जन तक पहुँचाया जा रहा है। इन रथों के माध्यम से गाँधी जी के विचारों से प्रेरित फिल्मों के प्रदर्शन के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का वीडियो संदेश और आश्रम भजनावली के रिकॉर्डिंग गीत भी प्रसारित किए जा रहे हैं। इन वाहनों पर प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अलावा गाँधी साहित्य से चयनित मूल विचारों की पुस्तिकाओं का भी लोगों को वितरण किया जा रहा है। 


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गाँधीजी की 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर 2019 को भोपाल में रथ को हरी झण्डी दिखाकर जिलों के लिए रवाना किया। गाँधी दर्शन यात्रा प्रदेश के सभी जिलों में पहुँचेगी। प्रचार रथों के पाँच ग्रुप हैं। जिसमें एक ग्रुप में तीन प्रचार रथों के द्वारा गाँधी दर्शन यात्रा है। प्रथम रथ में नुक्कड़ नाटक के प्रदर्शन के साथ गाँधी जी को चरखा चलाते हुए प्रदर्शित किया गया है और महात्मा गाँधी के जीवन मूल्यों पर आधारित पहलुओं पर कार्यक्रमों का आयोजन होगा। वाहन पर मध्यप्रदेश खादी ग्रामोद्योग का स्टॉल भी रहेगा। 


गाँधी दर्शन यात्रा के दौरान दूसरे प्रचार रथ में 12X10 वर्गफुट आकार की वीडियो वॉल रहेगी। जिस पर महात्म गाँधी जी के जीवनकाल पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन किया गया है। तीसरे रथ में महात्मा गाँधी जी पर आधारित एक एलईडी प्रदर्शनी रहेगी। इन सभी प्रचार रथों में जानकारी देने के लिए दो प्रमोटर एवं एक सुपरवाइजर रखे गए हैं। सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है। गाँधी यात्रा प्रदेश के सभी 52 जिलों में एक – एक सप्ताह के लिए सुनिश्चित की गई है। यात्रा वाले जिलों के ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्रों में 6 दिवस तक भ्रमण करते हुए सातवें दिन रविवार को जिला मुख्यालय पर समारोह स्थल पर उपलब्ध रहेंगीं। अगले दिवस पड़ोस के जिले में इसी प्रकार 6 दिवस का भ्रमण कर सातवें दिन रविवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रमों में पहुँचेगी। प्रत्येक जिले में सप्ताह में रविवार के दिन महात्मा गाँधी पर केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस प्रकार एक वर्ष में 52 सप्ताहों में 52 कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।