सत्य को कहने के लिए किसी,
शपथ की जरूरत नहीं होती।
नदियों को बहने के लिए किसी,
पथ की जरूरत नहीं होती।
जो बढ़ते हैं जमाने में,
अपने मजबूत इरादों से।
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,
किसी रथ की जरूरत नहीं होती ।
पुलिस महानिदेशक भोपाल श्री आदर्श कटियार जी नाम ही काफ़ी है