हमारे समाज में धनाड्य लोगों की अय्याशी के लिए विभिन्न शहरों में स्पा (मसाज सेंटर) की व्यवस्था की गई है। वैसे तो इन केंद्रों को मसाज सेंटर का रूप दिया गया है पर जिस तरह से खबरें पढ़ने को मिलती हैं उससे तो ऐसा ही लगता है कि जैसे सेंटर अय्याशी के अड्डे हैं। आये दिन स्पा से सेक्स रैकेट चलाने की खबरें पढ़ने और सुनने को मिलती रहती हैं।
बड़ा अजीब लगा जब मीडिया के माध्यम से यह जानाकरी मिली कि हमारा रेलवे मंत्रालय भी ट्रेनों में स्पा चलाने की व्यवस्था कर रहा है। मोदी सरकार में 'मसाज' को भी यात्रियों की सुविधा से जोड़ लिया गया है। रेलवे के साथ ही मीडिया में भी इस खबर को इस तरह से प्रकाशित किया गया कि जैसे रेलवे मंत्रालय ट्रेनों में स्पा चलाकर कोई कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा हो।
डॉ सौरभ मिश्रा