मैं सशक्त हूँ

मैं सशक्त हूँ
 पर मुझे मेरे संस्कार बोझ नहीं लगते। 
हाँ, मैं आधुनिक हूँ 
 पर मुझे मेरे श्रृंगार बोझ नहीं लगते।
चूड़ियों की खनक,
 पायल की छनक
 मेरे लिये बंदिशें नहीं हैं... बल्कि जिम्मेदारियों का संगीत है।
हाँ, मैं आधुनिक हूँ 
इसलिए शर्ट्स, जीन्स ,पेंट, ड्रेस ...आदि पसंद है बहुत.... इसकी चुस्ती फुर्ती जानती हूँ, पर साथ ही साथ
 साड़ी शरारा पंजाबी सूट इत्यादी में 
लिपटी खूबसूरती की गरिमा भी पहचानती हूँ!.....
हाँ मैं शिक्षित हूँ
 इसलिए कष्ट पहुँचाने वाले लंबे घूँघट प्रथा से कट्टर गुरेज है, 
पर बड़ों के सामने हल्का सा आँचल
 डाल लेना यूँ एहसास दिला जाता है मुझे,
 की मेरे सिर पर अभी भी बड़ों का हाथ है 
और मेरी जिन्दगी इनके आशीर्वाद से लबरेज है।


          अस्तित्व अपना जानती हूँ मैं, उच्श्रृंखल नहीं वास्तव में सशक्त हूँ।