लोक सभा चुनाव

*भाजपाई कह रहे हैं प्रज्ञा को मत देखो मोदी को देखकर वोट दो। तो क्या जनता मोदी के नाम से आतंकवादी को चुन ले?*


भोपाल लोकसभा चुनाव में हत्या और आतंकी हमलों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने लोकतंत्र और मतदाताओं का मज़ाक उड़ाया है जिस प्रज्ञा ठाकुर ने संघ के प्रचारक सुनील जोशी की हत्या का षड्यंत्र रचा हो, जो मालेगांव जैसे बम धमाके की मुख्य आरोपी है जिसे वाक़ई में देशद्रोही कहना बनता है उस प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा ने अपने मुकुट का मणि क्यों बना रखा है? जिस प्रज्ञा ठाकुर को शिवराज सिंह चौहान ने खुद गिरफ्तार कराया था वे किस मुंह से प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर वोट मांग रहे हैं?


मालेगांव मामले में दुनिया को भ्रमित करने वाले भाजपा नेता कहते हैं कि प्रज्ञा को फंसाया गया है, तो वे बताएं कि मालेगांव बम धमाके के लिये उपयोग में लाई गई प्रज्ञा ठाकुर के नाम की गाड़ी वहां कैसे पहुंची। प्रज्ञा ठाकुर बताएं कि उन्होंने धमाके के एक अन्य आरोपी से फ़ोन पर ये क्यों पूछा कि इतने कम लोग कैसे मरे, क्या गाड़ी भीड़ में खड़ी नही की थी?


लोग प्रज्ञा ठाकुर से ये क्यों नही पूछते कि संघ प्रचारक सुनील जोशी की हत्या की साज़िश उन्होंने क्यों रची थी? भाजपा नेता बताएं कि छत्तीसगढ़ में एक युवा को प्रज्ञा ठाकुर ने चाकू क्यों मारा था? 


मतलब जो आदतन अपराधी है उसे बीजेपी ने गले का हार बना रखा है और लोगों को कह रहे हैं प्रज्ञा को मत देखो मोदी को देखकर वोट दो। तो क्या जनता मोदी के नाम से आतंकवादी को चुन ले? गज़ब करते हो भाजपाइयों जो बम ब्लास्ट में मरे हुए लोगों के कम होने से दुखी हो गई हो वो कैसे भोपाल की जनता का प्रतिनिधित्व करेगी। जिसका साधन बम हो और साध्य,लोगों को मारना हो ऐसे प्रत्याशी को भोपाल की जनता क्यों वोट दे? 


बताइये शिवराज जी भोपाल की जनता ये जानने के लिए आतुर है कि स्वच्छ और साफ सुथरी छवि वाले आलोक संजर को हटाकर आतंकी हमलों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव क्यों लड़ाया, इसके पीछ क्या मज़बूरी थी?