एक प्रमुख वजह जिसके चलते यह एग्जिट पोल पूरी तरह से फेल हो सकता है। वह यह कि 70 सालों के भारतीय लोकतंत्र ने मतदाता को बेहद परिपक्व कर दिया है। लिहाजा उसकी परंपरागत सोच और उसके व्यवहार में बहुत तब्दीली आ गयी है। इस चुनाव में जिस तरह की खामोशी थी उससे भी किसी के लिए किसी नतीजे पर पहुंचना बेहद मुश्किल था।
ऐसी स्थिति में एग्जिट पोल कर्मी मतदाताओं के भीतर का कितना सच निकलवा पाए होंगे इसको लेकर भी बड़ा सवाल है। क्योंकि इन पंक्तियों के लेखक ने अपने यूपी और बिहार के दौरे में एक बात देखी जो अब तक के चुनावों से बिल्कुल अलग थी। मसलन मतदाता अब बहुत समझदार हो गया है और वह आपस में एक दूसरे से कतई नहीं लड़ना चाहता है।
डॉ सौरभ मिश्रा