ड्रेगन

2014 के बाद से भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है। यानी चीन का भारत में निर्यात बढ़ रहा है और भारत का चीन को निर्यात घट रहा है। इस संबंध के नतीजे में चीन को एक खुला बाज़ार मिल गया है। चीन में नौकरियां पैदा हो रही हैं। भारत को क्या मिल रहा है?


चीन कहता है कि 1000 कंपनियां यहां खुली हैं। इनमें दो लाख लोगों को काम मिला है। यानि एक कंपनी में मात्र 200। क्या ये काफी है?
डॉसौरभ मिश्रा