दौड़ता विकास

कष्ट का असली कारण कुछ और है भाई 😀


आधार लिंक कराने से महाराष्ट्र में 10 लाख गरीब गायब हो गए!


उत्तरखण्ड में भी कई लाख नकली बीपीएल कार्ड धारी गरीब गायब हो गए !


3 करोड़ से अधिक नकली एलपीजी कनेक्शन धारक गायब हो गए !


मदरसों से वज़ीफ़ा पाने वाले 1,95,000 फर्ज़ी बच्चे गायब हो गए!


डेढ़ करोड़ से अधिक नकली राशन कार्ड धारी गायब हो गए!


ये सब क्यों और कहाँ गायब होते जा रहे हैं !


चोरो का सारा काला चिटठा खुलने वाला है …
इसीलिए,
सारे चोर मिलकर,
माननीय सर्वोच्च न्यायलय में याचिका दायर कर दिये कि,


आधार लिंक हमारे मौलिक अधिकारों का हनन है.. 😳


चोरों को प्राइवेसी का कैसा अधिकार?


तनिक देखें.. कौन कौन है मोदी जी के विरुद्ध..


1) कंपनी के MD :मोदी ने 3 लाख से अधिक नकली कम्पनियां बन्द कर दी है!


2) राशऩ डीलर रूष्ट हो गये!


3) Property Dealer नाराज़ हो गये!


4) ऑनलाइन सिस्टम बनने से दलाल नाराज़ है.


5) 40,000 फर्जी NGO बन्द हो गये है, इसलिए इन NGO के मालिक भी नाराज़ हो गये !


6) काले धन से संपत्ति खरीदने वाले नाराज़ हो गये!


7) E-Tender होने से ठेकेदार नाराज़ हो गये!


8) गैस कंपनी वाले नाराज़ हो गये!


9) अब तक 12 करोड लोगो को आयकर के दायरे में लानें से कई लोग नाराज़ हो गये!


10) GST लागू होने से व्यापारी नाराज़ हो गये, क्योकि वो लोग Automatic सिस्टम में आ गये है!


11) वो 2 नम्बर के काम वाले लोग फलना फूलना बन्द हो गये है!


13) काले को सफेद करने का चलन एक दम से लुंज सा हो गया है।


14) निकम्मे सरकारी अधिकारी नाराज हो गये,
क्योकि समय पर जाकर काम करना पड़ रहा हैं!


15) वो लोग नाराज हो गये, जो समय पर काम नही करते थे और रिश्वत देकर काम करने मे विश्वास करते है।


सबसे ज्यादा दुख तो सरकारी अफसरों को ही है क्योकि पहले उन्हें अपनी सेलेरी तक पता नही थी और अब उसी से निकालकर खर्च कर रहे हैं


अब जो बचे हैं उनकी भी वाट लगेगी।


दुख होना स्वाभाविक है देश बदलाव की कहानी लिख रहा है, जिसे समझ आ रही है बदल रहा है जिसे नही आ रही है वो मंदबुध्दि युवराज का "मानसिक गुलाम" हमे अंध भक्त कह कह कर छाती कूट रहा है! और इनसे यदि चमचे की परिभाषा पूछ लो लेडीज टॉयलेट में घुसकर मुंह छुपा लेंगे जवाब नहीं देंगे।