दादा बने bcci चीफ़

बीसीसीआई  का निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने पर सौरव गांगुली को बधाई । एक ओर गांगुली का अध्यक्ष चुना जाना उत्साह वर्धक है तो दूसरी ओर यह ख़बर कि अमित शाह के बेटे जय शाह का सचिव तथा हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री धूमल के पुत्र तथा सांसद अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल का कोषाध्यक्ष बनना लगभग तय है , निराशा जनक है । नेताओं की एक पीढ़ी हटी नहीं कि उनके स्थान पर दूसरी पीढ़ी ने खेल संगठनों पर कब्जा करना शुरू कर दिया । सुप्रीम कोर्ट भी यह सत्ता स्थानांतरण लाख प्रयास करने के बाद भी नहीं रोक पा रहा है । नेताओं की संतानें राजनीति में भी दखल चाहतीं हैं और खेल संगठनों में भी । क्या योग्य पूर्व खिलाड़ी निकम्मे हैं ? अब सुप्रीम कोर्ट को निर्देश जारी करना चाहिए कि खेल संगठनों के पदाधिकारी बनने के लिए यह योग्यता अनिवार्य होगी कि उन्होंने उस खेल में भारत का प्रतनिधित्व किया हो । जयहिंद ।