बेशरम जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के लिए एनएच के गड्ढों में रोपे बेशरम के पौधे
8 दिन के भीतर कार्यवाही नहीं होने पर हाईवे पर होगा उग्र प्रदर्शन
छतरपुर। विगत कई महीनों से शहर के बीचों से बीच से निकलने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति खस्ताहाल है। सड़कें पूरी तरह से उखड़ चुकी हैं इनमें जगह जगह बड़े गडढे इतने गहरे हो चुकें हैं कि आए दिन लोग इनकी चपेट में आकर हादसों का शिकार हो रहे हैं। सड़क पर धूल उडऩे से लोग दमा, श्वांस और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बावजूद इसके जिले के जनप्रतिनिधि और प्रशासन जानकर भी बेशरम और इस मामले में पूरी तरह से अनजान बना हुआ है । प्रशासन को जगाने के लिए आज जिले पत्रकारों, अधिवक्ता, समाजसेवी, और तमाम बुद्धजीवियों सहित गणमान्य लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 86 के गड्ढों में बेशरम के पेड़ लगाकर सड़कों दुरूस्त कराने का अभियान छेड़ा। शहर के लोगों ने जिला प्रशासन से मांग थी कि यदि 8 दिनों में मार्ग को दुरूस्त नहीं किया गया तो हाईवे पर उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। उग्र प्रदर्शन की स्थिति बनती है तो प्रशासन जिम्मेदार होगा। हाईवे पर पौधरोपण करने के पश्चात कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा गया ।
विगत 6 माह से खस्ताहाल है हाईवे
शहर के बीच से निकलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग जिसे जवाहर रोड के नाम जाना जाता है उसकी हालत विगत 6 माह से खस्ताहाल बनी हुई है। यह शहर का एक ऐसा मार्ग है जहां प्रतिदिन हजारों वाहन एवं लोगों निकलते हैं। पूरे मार्ग में जगह जगह गड्ढे व टूटी सड़क होने से पूरे दिन सड़क धूल और मिट्टी के बादल छाए रहते हैं। अब हाल यह है कि इस मार्ग से निकलने वाले लोग अपने मुंह पर मास्क लगाए देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं पूरे दिन इस मार्ग में पड़ी गिट्टी वाहनों के निकलने से लोगों चोटिल कर घायल कर रही है तथा वाहनों व दुकानों के शीशे तोड़ रही है।
सबसे व्हीआईपी रोड है जवाहर मार्ग
शहर के बीच से निकलने वाला जवाहर रोड से दो राष्ट्रीय राजमार्ग 86 व 75 निकलते हैं इस मायने में भी यह व्हीआईपी रोड की श्रेणी में है। शहर के बीच में होने के कारण यहां जिले के तमाम जनप्रतिनिधियों, आलाअधिकारियों की धमा चौकड़ी रहती है। यहां पूर्व विधायक जेपी निगम, पूर्व राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी, जिला सत्र न्यायाधीश का बंगला, भाजपा कार्यालय, डीआईजी कार्यालय, एसपी बंगला, कई निजी अस्पताल, बैंक मौजूद हैं। इस मार्ग से जनप्रतिनिधि एवं आला अधिकारी बंद ए.सी. गाडिय़ों से काला चश्मा चढाये धूल के गुबारों के बीच आम जनता को मुंह चिढाते पूरे दिन निकलते देखे जा सकते हैें ।